प्रेरक प्रसंग – सकारात्मक सोच अर्थात् सफलता के अवसर

प्रेरक प्रसंग – सकारात्मक सोच अर्थात् सफलता के अवसर

यदि समस्या आपके सामने आती है, तो इसे स्वयं हल करें, इसे दूसरों के लिए न छोड़ें।

किसी भी समस्या से बचने की बजाय उसका हल निकलने की कोशिश करें।

एक बार एक अमीर राजा ने एक सड़क के बीच में एक विशाल पत्थर रखवा दिया। पत्थर रखवाने के बाद, वह चुपचाप पास के एक पेड़ के पीछे छिप गया। असल में वह देखना चाहता था कि बीच सड़क पर पड़े उस भारी पत्थर को हटाने की कोशिश कोण करेगा। कुछ मिनटों के इंतजार के बाद, राजा के दरबारी वहाँ से गुजरते हैं।
लेकिन वह इस पत्थर को देखने के बावजूद नजरअंदाज कर देता है। इसके बाद करीब 20 से 30 लोग वहाँ से गुजरे। लेकिन किसी ने भी इस पत्थर को सड़क से हटाने का प्रयास नहीं किया। लगभग डेढ़ घंटे बाद एक गरीब किसान पास से गुजरा। किसान के हाथ में सब्जियाँ और दूसरे हाथ में काफी सामान था।

किसान ने उस को पत्थर देखा और उसने पत्थर को हटाने के लिए कड़ी मेहनत की। आखिरकार वह सड़क से पत्थर हटाने में सफल रहा। पत्थर को हटाने के बाद, उसने एक बैग पड़ा देखा। इस बैग में कई सोने के सिक्के और आभूषण थे। इसमें राजा द्वारा लिखा गया एक पत्र भी था।

राजा ने पत्र में लिखा कि यह आपकी ईमानदारी, निष्ठा, कड़ी मेहनत और अच्छे स्वभाव का प्रतिफल है। जीवन की यात्रा में भी ऐसी कई बाधाएँ हैं। उनसे बचने के बजाय, आपको उनका दृढ़ता से सामना करना चाहिए। यदि समस्या आपके सामने आती है, तो इसे स्वयं हल करें, इसे दूसरों के लिए न छोड़ें।


कामयाबी का मीठा स्वाद अवसर को पहचानने वाले ही चखते हैं।


आपकी सकारात्मक सोच ही सफलता के अवसर को पहचानती है।

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